काश! गाँव गाँव में रहता शहर न बसने आता इतिहास अलग होता! काश! गाँव गाँव में रहता शहर न बसने आता इतिहास अलग होता!
गुलाब में गुलाब हो गुलाब की ही गुलाब हो गुलाब की पंखुड़ियों में समायी गुलाब हो गुलाब में गुलाब हो गुलाब की ही गुलाब हो गुलाब की पंखुड़ियों में समायी गुलाब हो
बारिश की जब बूँद तुम्हारे तन पर पड़ती होगी बिरहा मन की सच कहना तुम प्यास तो बढ़ती होगी मेरी तरह तु... बारिश की जब बूँद तुम्हारे तन पर पड़ती होगी बिरहा मन की सच कहना तुम प्यास तो बढ़...
पर आती है पूनम भी, घर अमावस है यहां। पर आती है पूनम भी, घर अमावस है यहां।
फूलों सी दमके मेहंदी पैरों में लाल महावर सज गया सुंदर तन फूलों जैसा सुंदर मन फूलों सी दमके मेहंदी पैरों में लाल महावर सज गया सुंदर तन फूलों जैसा सुं...